भेद्यता के एक पल में, मैंने अपने दोस्त के संपन्न साथी को मुझे आनंदित करने के लिए आमंत्रित किया। उसकी जीभ मेरे उभारों पर नृत्य करती थी, हर छिपे हुए खजाने की खोज करती थी। हमारे मुठभेड़ की तीव्रता ने हम दोनों को बेदम कर दिया, हमारे साझा जुनून का एक वसीयतनामा।